tag:blogger.com,1999:blog-9031179965048904523.post2669475080393226681..comments2023-07-14T01:21:38.917-07:00Comments on बददिमाग: baddimaghttp://www.blogger.com/profile/02636689932378231252noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-9031179965048904523.post-2001110454230378602011-05-09T03:38:31.271-07:002011-05-09T03:38:31.271-07:00आपने जो समस्या उठाई है कई बार ऐसी विषम स्थिति बनती...आपने जो समस्या उठाई है कई बार ऐसी विषम स्थिति बनती है...पर आपको जानकर अजीब लग सकता है कि बिना प्रक्रिया के काम करना भी शासन में संभव नहीं.इस बात को यूँ भी समझा जा सकता है कि कोई न्यूज चैनल वाला जितने समय में बाढ़ कि न्यूज लेता है उतने समय में कम से कम एक आदमी को बचा सकता है .....हर इंसान के काम और काम के तरीके तय हैं. विरोध क लिए विरोध नहीं होना चाहिएanjuhttps://www.blogger.com/profile/10171241925904500770noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9031179965048904523.post-44031406101606084422011-02-23T21:11:40.060-08:002011-02-23T21:11:40.060-08:00योजना का कार्यान्वयन आजकल ऐसे ही चलता है...योजना का कार्यान्वयन आजकल ऐसे ही चलता है...रतन चंद 'रत्नेश'https://www.blogger.com/profile/05057949937682810035noreply@blogger.com